आखिर दिल्ली में ओमिक्रॉन के मामले इतने क्यों बढ़ रहें हैं, जाने
दिल्ली में मंगलवार को 496 केस दर्ज किए गए थे। इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कोविड-19 के मामलों में तेजी की वजह बताई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि ओमिक्रॉन के किसी मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा, 'कल (मंगलवार) रिपोर्ट किए गए 496 नए मामलों के साथ ही दिल्ली में कोविड-19 की पॉजिटिविटी रेट लगभग 1 प्रतिशत है। उनका कहना है कि दिल्ली में तेजी से कोरोना केस अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के आने के बाद मामले बढ़े हैं। ओमिक्रॉन के एक भी मरीज को अब तक ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ी है।'
सतेंद्र जैन आगे कहते है कि, 'बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो दूसरे देश से आते हैं तो उनकी एयरपोर्ट पर टेस्टिंग की जाती है और अगर पॉजिटिव पाए जाते हैं तो उनको आइसोलेशन में रखा जाता है। कोई भी बाहर से आता है तो 100 प्रतिशत टेस्ट होता है। हल्का जुकाम और बुखार होता है तो उनको देखा गया है कि 5-7 दिन बाद पॉजिटिव निकल रहे हैं और ज्यादातर केस ओमिक्रॉन के केस आ रहे हैं। जब लोग एयरपोर्ट पर आते हैं तब तो निगेटिव रहते हैं, लेकिन पांच सात दिन बाद पॉजिटिव आ जाते हैं और पाया जाता है कि उनके परिवार वाले भी संक्रमित हो जाते हैं।'
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, देशभर में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 781 मामले सामने आ चुके हैं। ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मामले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दर्ज किए गए हैं और यहां संक्रमितों की संख्या 238 हो गई है, जिसमें से 57 लोग ठीक हुए हैं।
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