सचिन तेंदुलकर बोले उम्र ना बने चयन का पैमाना
जहां टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है. इंडिया लीजेंड्स की टीम का फाइनल मुकाबला श्रीलंका लीजेंड्स और अफ्रीका लीजेंड्स के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा. फाइनल मुकाबला 21 मार्च को खेला जाएगा.
सचिन तेंदुलकर बोले उम्र ना बने चयन का पैमाना
फाइनल मुकाबले से पहले इंडिया लीजेंड्स के कप्तान सचिन तेंदुलकर ने एक बयान दिया है, जिसमे उन्होंने कहा है कि किसी भी मैच के लिए प्लेइंग इलेवन का चयन करते हुए बेस्ट खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए और इसके लिए उम्र को आधार नहीं बनाया जाना चाहिए.
दरअसल, पूर्व में टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों को 32-33 वर्ष की उम्र पार होने के बाद नजरंदाज कर दिया गया था. हालांकि अब सचिन ये नहीं चाहते हैं. उनका मानना है कि खिलाड़ी जब तक प्रदर्शन कर रहा हैं, उसे खेलने का हक़ है.
उम्र कोई मायने नहीं रखता
सचिन तेंदुलकर ने एएनआइ से बात करते हुए अपने एक बयान में कहा, ‘टीम में सिर्फ युवा खिलाड़ियों को ही शामिल करने की बात नहीं होनी चाहिए. यहां पर बात सिर्फ बेस्ट खिलाड़ियों की प्लेइंग इलेवन चुनने पर होनी चाहिए. जब आप टीम इंडिया की बात करतें हैं, तो उम्र कोई आधार नहीं होना चाहिेए. यहां पर आपको अपना खेल दिखाना होता है और इसके लिए उम्र कोई मायने नहीं रखता’
यह एक गलत भावना है कि युवाओं को आगे बढ़ाओ
सचिन तेंदुलकर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, ‘युवाओं की बात करें तो आप बेहतर प्रदर्शन करेंगे तो मौका मिलना चाहिए, लेकिन अगर कोई अच्छा नहीं कर पा रहा है तो उसको टीम में लेने पर विचार नहीं होना चाहिए. यह एक गलत भावना है कि युवाओं को आगे बढ़ाओ. मुझे लगता है कि आप अपना सर्वश्रेष्ठ ग्यारह चुनिए. आप 14-15 खिलाड़ियों का दल चुनिए और सेलेक्शन कमेटी पर छोड़ दीजिए कि किस तरह उसे बैलेंस करना है
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