दुनिया की 5 ऐसी रहस्यमयी घटनाएं जो आज भी अनसुलझी है
कुछ घटनाएं ऐसी होता हैं जिन पर विश्वास करना मुश्किल होता है, और उनकी व्याख्या भी समुचित ढंग से नहीं हो पाती है. आज हम ऐसी ही 5 रहस्यमय घटनाओं से आपको रू-ब-रू करवा रहें हैं जिनके जवाब अभी तक किसी के पास नहीं है -
1. योनागुनी खंडहर - जापान में योनागुनी के द्वीप के पास 1986 में गोताखोरों को चट्टानों का सीढ़ीनुमा ढांचा मिला. ये जलमग्न संरचना बड़े-बड़े समूहों में हैं और इनकी ऊंचाई 5 मंज़िल तक है.
वहां पर पायी गयी कलाकृतियां उन स्थानों पर इंसानों के अस्तित्व को साबित करती है. अगर हम मानते हैं कि ये संरचनाएं मानव निर्मित हैं, तो ये प्रागैतिहासिक सभ्यताओं से संबंधित हैं.
2. अमेज़ॅन वर्षावनों के जोग्लीफ्स - अमेज़न वर्षावनों के खुले लैंडस्केप का अध्ययन करते हुए वैज्ञानिकों को ज़मीन पर कई नक्काशीदार चित्र दिखे, जिसको Geoglyphs कहा जाता है. विशेषज्ञों ने ब्राज़ील और बोलीविया के उत्तरी भागों में 450 Geoglyphs की ख़ोज की है. सबसे प्राचीन Geoglyphs 3,000-3,500 साल पुराने हैं. प्रमुख वैज्ञानिक सिद्धांत का दावा है कि ये निर्माण आम बैठकों, चर्चाओं और अनुष्ठानों को आयोजित करने के लिए किये गए थे.
3. बिमिनी रोड - 1930 के दशक में अमेरिकी मनोवैज्ञानिक एडगर कैस ने दावा किया था कि 1968 या 1969 में खोये हुए शहर 'अटलांटिस' के खंडहर बिमिनी में मिलेंगे.
सितंबर 1968 में उत्तरी बिमिनी में पैराडाइज पॉइंट के पास, समुद्र में 700 मीटर लम्बे, बड़े करीने से रखे गए चूना-पत्थर के ब्लॉक पाए गए थे. उन्हीं ब्लॉक्स की श्रृंखला को अब 'बिमिनी रोड' कहा जाता है. कुछ को लगता है कि ये प्रसिद्ध सभ्यता 'अटलांटिस' के अवशेष हैं, तो दूसरों का मानना है कि यह Seabed Deepening का परिणाम है.
4. डांसिंग प्लेग - जुलाई 1518, स्ट्रॉसबर्ग, फ्रांस. मिसेज ट्रॉफीआ ने नाचना शुरु किया और फिर रुकी ही नहीं. एक सप्ताह बाद, 34 और लोगों ने उसके साथ डांस करना शुरु कर दिया. एक महीने के बाद नाचने वालों की संख्या कई सौ तक पहुंच गई. वो बिना रुके नाचते रहे. परिणाम ये हुआ कि 400 लोग थकावट, दिल के दौरे या स्ट्रोक से मर गए. इस घटना का कोई संतोषजनक वैज्ञानिक स्पष्टीकरण नहीं है.
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