यूपी में अनामिका शुक्ला के बाद एक ओर फर्जी टीचर का हुआ खुलासा, जानिए कब से कर रही थी नौकरी
उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग में एक के बाद एक फर्जी शिक्षिकों का खुलासा होता जा रहा है अनामिका शुक्ला का प्रकरण सामने आने के बाद हुए खुलासे में शासन के आदेश पर प्रदेश के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में शिक्षिकों के प्रमाण पत्र सत्यापन में एक और फर्जी शिक्षिका का मामला सामने आया है ।
यूपी के कानपुर देहात में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से एक फर्जी शिक्षिका का मामला उजागर हुआ है । ये मामला तब सामने आया जब कस्तूरबा गांधी विद्यालय में पढ़ा रही अनामिका शुक्ला फ़र्ज़ी शिक्षिका के खुलासे के बाद प्रदेश के सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालयो में पढ़ाने वाले शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच चल रही थी । कानपुर देहात में कस्तूरबा गांधी विद्यालय में पढ़ाने वाली फुलटाइम शिक्षिका दीप्ति सिंह भी एक प्रमाण पत्रों पर दो जगह शिक्षा विभाग में नौकरी कर रही थी ।
दीप्ति सिंह मूल निवासी मैनपुरी की रहने वाली है जो मैनपुरी के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में भी शिक्षिका के पद पर तैनात थी, कानपुर देहात BSA सुनील दत्त ने दीप्ति सिंह के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए उनसे संपर्क करने की कोशिश की पर वो लाकडाउन के पहले से ही जिले से गायब मिली जब उनके निवास पर जानकारी की गई तो मैनपुरी से भी उनके नौकरी करने की जानकारी मिली तभी BSA सुनील दत्त ने BSA मैनपुरी से सम्पर्क किया तो उनके द्वारा कार्यवाही की बात भी निकलकर सामने आई। जिस पर कानपुर देहात के BSA सुनील दत्त ने अमरौधा के कस्तूरबा विद्यालय से दीप्ति सिंह के प्रमाण पत्रों का मिलान किया तो दीप्ति के नाम के साथ उनसे प्रमाण पत्र भी एक ही निकले । जिससे इस मामले का भी खुलासा हुआ कि दीप्ति सिंह कानपुर देहात के साथ मैनपुरी में शिक्षिका के पद पर तैनात थी कानपुर देहात में 2015 में इसकी तैनाती हुई थी ।
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