दुनिया भर में प्रसिद्ध है आगरा का स्वादिष्ट आलू यहाँ से होता है दुनिया के हर देश मे एक्सपोर्ट
उत्तर प्रदेश - आगरा का आलू अब दुनियाभर में देश की और आगरा की शान को बढ़ाएगा। आगरा से अब आलू का निर्यात मिडिल ईस्ट व यूरोप के देशों को होगा जिससे देश को भी खासी विदेशी मुद्रा मिलेगी।देश के कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने इसके लिए पहल करते हुए योजना बनाकर इस पर कार्य भी शुरू कर दिया है।
आगरा के विकास भवन में इस योजना को लेकर अधिकारियों ने मंथन किया व कार्य योजना को अंतिम रूप दिया है।इस महत्वपूर्ण बैठक में करीब 12 अन्य विभागों के बड़े अधिकारी व सासंद व विधायकों को भी शामिल किया गया था और उनके विचार भी इस बैठक में लिए गए हैं।फिलहाल आगरा का आलू नेपाल, भूटान और श्रीलंका तक सीमित है लेकिन अब इस निर्यात को विस्तृत रूप देते हुए आलू को मिडिल ईस्ट के देशों व मुख्यत: यूरोप के देशों में भेजने की योजना पर कार्य शुरू करने की कवायतों पर जोर दिया गया है।
अभी तक यह माना जाता रहा है कि आलू की जो खेती आगरा में होती है वो प्रसंस्कृत किस्म की नहीं होती है लेकिन केन्द्र सरकार के द्वारा नई उत्पादन नीति और उच्च किस्मों को विकसित करने के लिए जो संसाधन अब उपलब्ध कराये जा रहे हैं उससे प्रसंस्कृत किस्म का उत्पादन संभव भी है और बड़े पैमाने पर ऐसा किया जा सकता है। आगरा में प्रतिवर्ष करीब 20 लाख टन आलू का उत्पादन होता है और इस क्षेत्र के आलू की मांग देश के साथ विदेशों में भी बढ़े, इसके लिए अब प्रयासों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
आगरा के विकास भवन में इस योजना को लेकर अधिकारियों ने मंथन किया व कार्य योजना को अंतिम रूप दिया है।इस महत्वपूर्ण बैठक में करीब 12 अन्य विभागों के बड़े अधिकारी व सासंद व विधायकों को भी शामिल किया गया था और उनके विचार भी इस बैठक में लिए गए हैं।फिलहाल आगरा का आलू नेपाल, भूटान और श्रीलंका तक सीमित है लेकिन अब इस निर्यात को विस्तृत रूप देते हुए आलू को मिडिल ईस्ट के देशों व मुख्यत: यूरोप के देशों में भेजने की योजना पर कार्य शुरू करने की कवायतों पर जोर दिया गया है।
अभी तक यह माना जाता रहा है कि आलू की जो खेती आगरा में होती है वो प्रसंस्कृत किस्म की नहीं होती है लेकिन केन्द्र सरकार के द्वारा नई उत्पादन नीति और उच्च किस्मों को विकसित करने के लिए जो संसाधन अब उपलब्ध कराये जा रहे हैं उससे प्रसंस्कृत किस्म का उत्पादन संभव भी है और बड़े पैमाने पर ऐसा किया जा सकता है। आगरा में प्रतिवर्ष करीब 20 लाख टन आलू का उत्पादन होता है और इस क्षेत्र के आलू की मांग देश के साथ विदेशों में भी बढ़े, इसके लिए अब प्रयासों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
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