क्या है इन अजीबोगरीब डिजाइन वाली इमारतों के पीछे की कहानी, अभी जानें
इमारतों चाहे पुरानी हों या नई ये कई गहरे राज़ लिए होती हैं. हम चाहे इन इमारतों के पास से जितनी भी बार गुज़र जाएं, उनकी अनूठी विशेषताओं और राज़ों से अंजान रहते हैं, तो आइये जानते हैं दुनिया भर की शहरी वास्तुकला और उससे जुड़ी दिलचस्प कहानियों के बारे में:
1. विच हाउस ऑफ ओडेस्सा, यूक्रेन - यूक्रेन के ओडेसा शहर में स्थित इस इमारत को 'द वॉल-हाउस' और 'द फ़्लैट हाउस' भी कहा जाता है. इस इमारत का इतिहास समय के साथ खो गया है. एक लोकप्रिय थ्योरी के अनुसार ऐसा पैसा बचाने के लिए किया गया था. जबकि दूसरी थ्योरी के अनुसार ऐसा इमारत बनाने के लिए पर्याप्त जग़ह नहीं होने के कारण हुआ.3. मिकेल एग्रीकोला चर्च, हेलसिंकी, फिनलैंड - मिकेल एग्रीकोला चर्च 1935 में हेलसिंकी, फ़िनलैंड में बनाया गया था, और इसकी ख़ासियत है इसका 100 फ़ुट लंबा स्पाइक जिसे ज़रूरत पड़ने पर हटाया जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि युद्ध के दौरान यहां लगातार हवाई हमले होते रहते थे और सरकार नहीं चाहती थी कि ये स्पाइक हमलावरों के लिए एक रेफेरेंस पॉइंट बन जाए.
4. ताइपे 101, ताइवान - तेज़ हवाओं के कारण गगनचुंबी इमारतों को बहुत परेशानी से दो-चार होना पड़ता है. इसके कारण बिल्डिंग अपने Axis से इधर उधर हो जाती है. इस प्रभाव को कम करने और ऐसी इमारतों को अधिक स्थिर बनाने के लिए एक विशेष Inertial Damper का इस्तेमाल किया जाता है. ये एक विशाल पेंडुलम होता है जिसे इमारत के टॉप के पास से लटकाया जाता है. ताइवान की गगनचुंबी इमारत 'ताइपे 101' में दुनिया का सबसे बड़ा Damper है, जो कि एक 660 टन वजनी गोला है.
5. हन्डरविटासरहाउस, वियना, आस्ट्रिया - 53 अपार्टमेंट वाला ये घर वियना में Hundertwasser की परियोजना के अंतर्गत बनाया गया था. आगे से देखने पर अलग-अलग अपार्टमेंट की पहचान करना आसान है क्योंकि इनमें प्रत्येक का अपना रंग है. इस इमारत की छत पर एक चर्च का गुंबद और 19 बगीचे हैं, जिसमें पेड़ और झाड़ियां उग रही हैं
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