यहा पर एक पेड़ की हर एक पत्ती पर लिखा है भगवान श्री राम का नाम, जाने इसके पीछे का रहस्य
पौराणिक ग्रंथों में कहा गया है कि अयोध्या के कण-कण में भगवान श्रीराम का वास है। कुछ लोग भले ही इसे अतिशयोक्ति मानते हों, लेकिन अयोध्या पंचकोसी परिक्रमा पथ पर स्थित एक अलौकिक वृक्ष शास्त्रों के इस कथन को सत्य साबित करने के लिए पर्याप्त है। अयोध्या नगर से सटे गोरखपुर-अयोध्या हाईवे के किनारे मौजूद गांव तकपुरा पूरे निरंकार के एक खेत में इस चमत्कारिक वृक्ष को देखा जा सकता है। आस-पास के लोग इसे ‘रामनाम वृक्ष’ कहकर पुकारते हैं। कदम प्रजाति के इस वृक्ष की जड़ और डालियों पर भगवान राम का नाम प्राकृतिक रुप से अंकित है। खास बात यह है कि समय के साथ-साथ इस पर अंकित राम नाम की संख्या बढ़ती जा रही है।

अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा क्षेत्र की पावन परिधि में स्थित यह वृक्ष लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। इसके चमत्कारी प्रकृति के बारे में बिन देखे भले ही कोई विश्वास न करे, लेकिन यहां एक बार आने पर अथवा इस वृक्ष के चित्र को देखने मात्र से लोगों को इसकी अलौकिकता पर विश्वास हो जाएगा।
मानस मर्मज्ञ महंत कन्हैया दास जी की मानें तो 'आज से तीस वर्ष पश्चात इस वृक्ष की हर टहनी और पत्तियों पर भगवान 'श्रीराम' का नाम लिखा मिलेगा। आज से लगभग तीस वर्ष पूर्व ऐसा ही एक वृक्ष प्राचीन एवं ऐतिहासिक मणि पर्वत के समीप था। जो सूख गया। उसके सूखने के उपरांत उसी प्रकार का यह वृक्ष स्वतःप्रकट हुआ है। उन्होंने कहा कि कलियुग में राम नाम की ही महिमा है, उसी का यह वृक्ष सूचक है।
स्थानीय लोगों के अनुसार दशकों पहले इस वृक्ष पर भगवान राम का नाम लिखा हुआ देखा गया। धीरे-धीरे ये संख्या बढ़ती चली गई और आज भी इसमें इजाफा जारी है। आस पास के लोगों को इस चमत्कार का जब पता चला तो उन लोगों में इस वृक्ष के प्रति आस्था बढ़ी और इसकी नित्य पूजा अर्चना आरंभ कर दी। इस समय कोरोना महामारी के कारण चल रहे लॉकडाउन में बाहर के श्रद्धालु नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे में स्थानीय भक्त ही दर्शन पूजन अनुष्ठान करके अपनी श्रद्धानिवेदित कर रहे हैं।
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