मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अथक प्रयास से जर्मनी कंपनी करेगी भारत के शहर आगरा में निवेश।
कारोबार:-कोरोना वायरस के काऱण देश में लगे लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को काफी नुक्सान पहुंचा है। इसी के चलते यहां कर्मचारियों को नोकरियों से भी हाथ धोना पड़ा। अब देश के सभी राज्य चौपट हुई अर्थव्यवस्था को सुधारने की कोशिश में लगे हुए हैं। एक वेबनियर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी कोशिश है यूपी में बाहर की कंपनियां निवेश करें।
सीएम योगी ने सजगता से सफलता विषय पर आयोजित कार्यक्रम में वेबनियर के जरिए बताया कि जर्मनी की लेदर कंपनी ने चीन से आकर आगरा में निवेश की इच्छा दिखाई है। कंपनी 30 लाख जूते हर साल बनाएगी। चीन से सस्ता श्रम हमारे यहां हैं। यूपी में निवेश की व्यापक संभावनाएं दिख रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब किसी राज्य को यूपी मैनपावर चाहिए तो उसे हमारी अनुमति लेनी होगी। कोई राज्य सरकार हमारे लोगों को बिना अनुमति के नहीं ले जा सकती है। जिस तरह हमारे कामगारों की दुर्गति हुई है, जिस तरह का इनके साथ व्यवहार हुआ है, उसके मद्देनजर हम उनका रजिस्ट्रेशन कर उन्हें बीमा कवर देंगे। उनकी सामाजिक सुरक्षा देंगे और रोजगार परक प्रशिक्षण देंगे ताकि उसे वहां जाकर इधर-उधर भटकना न पड़े।
सीएम ने कहा कि हमारे श्रमिकों कामगार में संक्रमण से जूझने की क्षमता है। वह मेहनत कर पसीना बहाता है। इसलिए सक्रंमित होने पर छह सात दिन में कोरोना निगेटिव में आता है, सामान्य लोग 14 से 20 दिन में ठीक होते हैं। जो लोग श्रमिकों के हित में तमाम नारेबाजी करते हैं, उन्होंने इनकी चिंता की होती तो पलायन को रोका जा सकता था। जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं वह भोगेंगे। अब तक 22 लाख श्रमिक यूपी आ चुके हैं। सबका सम्मान के साथ ख्याल रखा जा रहा है। राज्य कर्मचारियों के भत्तों के खत्म किए जाने व इससे चुनाव में नुकसान के बाबत सवाल पर सीएम ने कहा कि हार जीत की नजर से वह निर्णय नहीं लेते लोकमंगल की भावना से वह काम करते हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया की स्वायत्ता के पक्षधर हैं, लेकिन खबरों की विश्वसनीयता भी जरूरी है।
सीएम योगी ने सजगता से सफलता विषय पर आयोजित कार्यक्रम में वेबनियर के जरिए बताया कि जर्मनी की लेदर कंपनी ने चीन से आकर आगरा में निवेश की इच्छा दिखाई है। कंपनी 30 लाख जूते हर साल बनाएगी। चीन से सस्ता श्रम हमारे यहां हैं। यूपी में निवेश की व्यापक संभावनाएं दिख रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब किसी राज्य को यूपी मैनपावर चाहिए तो उसे हमारी अनुमति लेनी होगी। कोई राज्य सरकार हमारे लोगों को बिना अनुमति के नहीं ले जा सकती है। जिस तरह हमारे कामगारों की दुर्गति हुई है, जिस तरह का इनके साथ व्यवहार हुआ है, उसके मद्देनजर हम उनका रजिस्ट्रेशन कर उन्हें बीमा कवर देंगे। उनकी सामाजिक सुरक्षा देंगे और रोजगार परक प्रशिक्षण देंगे ताकि उसे वहां जाकर इधर-उधर भटकना न पड़े।
सीएम ने कहा कि हमारे श्रमिकों कामगार में संक्रमण से जूझने की क्षमता है। वह मेहनत कर पसीना बहाता है। इसलिए सक्रंमित होने पर छह सात दिन में कोरोना निगेटिव में आता है, सामान्य लोग 14 से 20 दिन में ठीक होते हैं। जो लोग श्रमिकों के हित में तमाम नारेबाजी करते हैं, उन्होंने इनकी चिंता की होती तो पलायन को रोका जा सकता था। जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं वह भोगेंगे। अब तक 22 लाख श्रमिक यूपी आ चुके हैं। सबका सम्मान के साथ ख्याल रखा जा रहा है। राज्य कर्मचारियों के भत्तों के खत्म किए जाने व इससे चुनाव में नुकसान के बाबत सवाल पर सीएम ने कहा कि हार जीत की नजर से वह निर्णय नहीं लेते लोकमंगल की भावना से वह काम करते हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया की स्वायत्ता के पक्षधर हैं, लेकिन खबरों की विश्वसनीयता भी जरूरी है।
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