राजस्थानी डिस घेवर के बारे में कितना जानते हैं आप इसको एक बार खाएंगे दीवाने हो जाएंगे
राजस्थान :- राजस्थानी भोजन का लज़ीज़ स्वाद देश-विदेशी के पर्यटकों को काफी पसंद आया है। राजस्थान की नमकीन डिश में तीखापन अवश्य होता है फिर भी लोगों के दिलों में राजस्थान की कई नमकीन डिश जगह बना चुकी हैं। सबसे पहले जिस डिश का नाम आता हैं वो है
घेवर, जो स्वाद में इतना मीठा होता है की खाने वाले को आनंद की अनुभूति होती है। यह बारिश के मौसम में ख़ासकर तीज के त्यौहार अथवा किसी विशेष अवसर पर बनाया जाता है।
घेवर के स्वाद से वाकिफ़ लोगों को घर लेकर जाने हेतु घेवर पेक करवाते हुए, शायद आपने भी देखा होगा।
दाल-बाटी चूरमा जिसे आप कभी किसी के साथ बांटकर खाना नहीं चाहेंगे, अपने बेहतरीन स्वाद के चलते लाखों लोग इसके फेन है जिसे बनाने में गेंहू का आटा, सूजी और दूध, घी, बादाम आदि सामग्री डाली जाती है।
बीकानेरी रसगुल्ला, नाम पढ़ते ही मुंह में पानी आ जाता है। है ही इतना लज़ीज़, आकर्षक और स्वादिष्ट की एक बार खाने पर व्यक्ति इसके स्वाद को कभी नहीं भूलता है। इतना ही नहीं जब भी रसगुल्ला खाने का मन होता है तो सर्वप्रथम बीकानेरी रसगुल्ला याद आ जाता हैं।
घेवर, जो स्वाद में इतना मीठा होता है की खाने वाले को आनंद की अनुभूति होती है। यह बारिश के मौसम में ख़ासकर तीज के त्यौहार अथवा किसी विशेष अवसर पर बनाया जाता है।
घेवर के स्वाद से वाकिफ़ लोगों को घर लेकर जाने हेतु घेवर पेक करवाते हुए, शायद आपने भी देखा होगा।
दाल-बाटी चूरमा जिसे आप कभी किसी के साथ बांटकर खाना नहीं चाहेंगे, अपने बेहतरीन स्वाद के चलते लाखों लोग इसके फेन है जिसे बनाने में गेंहू का आटा, सूजी और दूध, घी, बादाम आदि सामग्री डाली जाती है।
बीकानेरी रसगुल्ला, नाम पढ़ते ही मुंह में पानी आ जाता है। है ही इतना लज़ीज़, आकर्षक और स्वादिष्ट की एक बार खाने पर व्यक्ति इसके स्वाद को कभी नहीं भूलता है। इतना ही नहीं जब भी रसगुल्ला खाने का मन होता है तो सर्वप्रथम बीकानेरी रसगुल्ला याद आ जाता हैं।
मालपुआ गर्म तवे पर बनाया जाता है जिसे स्वास्थ्य के लिये काफ़ी अच्छा माना जाता हैं। देखने में लगभग रोट जैसा दिखाई देने वाला लज़ीज़ मालपुआ वास्तव में काफ़ी नरम होता है। ग्रामीण स्तर के निवासी अक्सर घरों में मालपुआ बारिश के थमने पर बनाते हैं।
इनके अलावा राजस्थान में सर्दियों के मौसम में मीठी बाजरी के आटे से चपाती बनाकर कड्डी के साथ खाई जाती है। बताते चलें की राजस्थान में अनेकों प्रकार की बेहतरीन डिश बनाई जाती है किंतु फिणी अक्सर चर्चा में रहती है। फिणी सफेद और पीले रंग की होती है जो काफी जतनों उपरांत बनाई जाती हैं। फिणी तारों के गुच्छे समान दिखाई देती है, यह मिठाई सरदारशहर और सांभर जिले में मुख्य रूप से बनाई जाती हैं।
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