अपने अलग विधि विधान से पूजा अर्चना को लेकर भारत ही नही पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं ये अनोखे मंदिर
मायाजाल में फसे मनुष्य की पूजा अर्चना के लिए भगवान का घर मंदिर केवल भारत में ही नहीं बल्कि संसार के बिभिन्न देशों में भी स्थित हैं, जहां पर सम्पूर्ण विधि विधान के साथ देवों की पूजा होती है ।लेकिन भारत में कुछ ऐसे भी धर्मस्थल हैं, जहां देवताओं की नहीं बल्कि असुरों की पूजा की जाती है ।आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही मंदिरों के बारे में ।
भारत के कुछ ऐसे मंदिर जहां देवताओं की नहीं बल्कि असुरों की पूजा होती है, जानें इसका कारण
- उत्तरप्रदेश के कानपुर में "शिवाला" नाम का एक मंदिर है जहां लंकापति रावण की आराधना होती है ।इस धर्मस्थल का निर्माण 1890 में किया गया था । रावण एक महाज्ञानी था, इस मंदिर का निर्माण करके रावण को सम्मान दिया जाता है । इस मंदिर के कपाट केवल दशहरे के दिन ही खोले जाते हैं बाकी पूरे वर्ष यह बंद रहता है ।
- भगवान कृष्ण के मामा कंस के आदेश पर राक्षसी पूतना ने बालरुपी कृष्ण को दूध पिलाया था ताकि वह कृष्ण को छल से मार सके । आज भी गोकुल में राक्षसी पूतना का मंदिर स्थित है । पूतना की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि उसने माता के रूप में भगवान कृष्ण को दूध पिलाया था ।इस स्थान पर दोनों की प्रतिमाएं बनाई गयी हैं ।
- महाभारत में दुर्योधन को एक खलनायक के रूप में प्रस्तुत किया गया है । उत्तराखंड के नेटावर इलाके में दुर्योधन का भव्य मंदिर बना हुआ है | यहाँ के लोगों का ऐसा मानना है कि महाभारत काल में दुर्योधन ने इस स्थान के निवासियों की मदद की थी, जिस कारण वे दुर्योधन को सम्मान देते हैं ।
- उत्तर प्रदेश के झांसी में एक ऐसा मंदिर भी है, जहां हनुमान जी के साथ अहिरावन की भी पूजा होती है ।रामायण में अहिरावन ने भगवान श्री राम और उनके भाई लक्ष्मण का अपहरण किया था ।
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