बचपन में स्कूल में आपने भी यह पंक्ति पढ़ी होगी, ‘भारत त्यौहारों का देश है’। अपने देश के किसी न किसी कोने में कोई न कोई त्यौहार व उत्सव सेलिब्रेट हो रहा होता है,
फिर चाहे व धार्मिक हो या राष्ट्रीय। मकर संक्रांति, बिहू व पोंगल जा चुके हैं और अब गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों पर है। ऐसे त्यौहारों का फायदा ऑनलाईन शाॅपिंग साइट्स भी बखूबी उठाती है और ‘फेस्टिवल सेल’ आयोजित करती है। ई-काॅमर्स साइट अमेज़न इंडिया और फ्लिपकार्ट ने भी ‘रिपब्लिक सेल’ की शुरूआत कर दी है कि जिसमें लुभावने ऑफर दिए जा रहे हैं। बहुत से लोग इस सेल में नए प्रोडक्ट खरीदने की योजना बना रहे हैं। लेकिन इस ऑनलाईन खरीदारी से पहले कुछ ऐसी बातें भी है जिनका ध्यान रखना बेहद जरूरी है, नहीं तो आप बड़ी ठगी का शिकार हो सकते हैं।
1. शाॅपिंग साइट का होम पेज ओपन करते ही सामने आता है 80 प्रतिशत तक का डिस्काउंट या फिर 15,000 रुपये तक का कैशबैक। इस तरह की लाईन्स पढ़कर ही लोग उत्साहित हो जाते हैं और जल्द से जल्द वह सामान खरीदने की कोशिश करते हैं। लेकिन यहां ‘UP To’ पर ध्यान न देना बड़ा नुकसान कर सकता हैं। अमेज़न या फ्लिपकार्ट पर इस तरह की शाॅपिंग के दौरान कोई भी प्रोडक्ट ‘कार्ट’ में डालने से पहले उसपर मिल रहे ऑफर को ठीक से समझना जरूरी है। अलग-अलग बैंक कार्ड, वाॅलेट व यूपीआई पेमेंट पर अलग-अलग बेनिफिट मिलता है, इसलिए खरीदारी से पहले इन सभी ऑफर्स अच्छे से परखने के बाद ही आगे बढ़ना समझदारी है।
2. बड़ा डिस्काउंट या भारी कैशबैक देखकर लोग शाॅपिंग शुरू तो कर देते हैं लेकिन उस बेनिफिट के लिए जरूरी ‘Terms & Conditions’ को दरकिनार कर देते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है। उदाहरण के तौर पर अमेज़न यूपीआई से पेमेंट करते पर यदि 20 प्रतिशत का कैशबैक मिल रहा है तो उसकी एक कंडिशन यह भी है कि, यूपीआई आईडी मैनुअली नहीं सब्मिट करानी है। इसी तरह एक्सचेंज ऑफर में कोई पुराना फोन 8,000 रुपये में निकल तो रहा है लेकिन उसकी कंडिशन है कि बाॅडी पर डेंट नहीं होना चाहिए, और अगर हुआ तो वह 8,000 रुपये नहीं मिलेंगे। इस तरह की कई टर्म एंड कंडीशन्स ऑनलाईन शाॅपिंग में जारी की जाती है जिन्हें शाॅपिंग से पहले बारिकी से पढ़ना और समझना बेहद जरूरी है।
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