यदि आप भी चटकाते है उंगुलिया तो इसे जरूर पढे
घर पर या फिर ऑफिस में बैठे-बैठे या कुछ लिखते समय उंगलियां चटकाना कई लोगों की आदत में शुमार होता है। अक्सर लोग इसे शौक या मामूली आदत मानती हैं। भले ही उंगुलियों के चटकने के बाद हाथों को काफी आराम मिलता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका ये शौक आपको गंभीर बीमारी का शिकार बना सकता है। आइए जानें उंगलियों को चटकाने से आपकी हेल्थ को कैसे नुकसान हो सकता है।
उंगलियों को चटकाने से हडि्डयों बुरा प्रभाव पड़ता है। हाथ, पैर की उंगलियां चटकाने से काम करने की क्षमता कमजोर होती है। इसलिए उंगलियां चटकाने की आदत को छोड़ना होगा।
उंगलियों के जोड़ और घुटने के जोड़ों में सिनोवियल फ्लूइड लिक्विड पाया जाता है। यह लिक्विड हड्डियों को जोड़ने में मददगार है। यह लिक्विड हमारी हडि्डयों के जोड़ों में ग्रीस का काम करता है।
यह लिक्विड हडि्डयों को एक दूसरे से रगड़ खाने से रोकता है। उस लिक्विड में मौजूद गैस जैसे कार्बन डाई ऑक्साइड नई जगह बनाती जिससे हड्डियों मे बुलबुले बन जाते हैं। जब उंगलियों को चटकाते हैं तो वही बुलबुले फूटते हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि उंगलियों के बार-बार चटकाने से सिनोवियल फ्लूइड लिक्विड कम होने लगता है। सिनोवियल फ्लूइड लिक्विड के ख़त्म होने से अर्थराइटिस हो सकता है और जोड़ों को बार-बार खींचने से हडि्डयों की पकड़ भी कम हो सकती है। इसलिए उंगलियां चटकाने से बचे।
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