अगर आप भी करते हैं इस केमिकल का उपयोग तो पड़े उस से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
कोरोना वायरस जैसे वैश्विक महामारी के दौर में हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल एक आवश्यक घरेलू सामान के रूप में हो रहा है। आजकल हर जगह हम अपने हाथों को सैनिटाइजर से साफ करना नहीं भूलते हैं। विश्व स्तर पर सैनिटाइजर की मांग काफी बढ़ गई है, आज हम घर में हो या बाहर, हम अपने साथ सैनिटाइजर के एक बोतल रखना नहीं भूलते हैं। आज कल लोग अपनी कार में भी सैनिटाइजर की बोतले रखते हैं, लेकिन क्या आपको पता है सैनिटाइजर के इस्तेमाल में जरा सी चूक से दुर्घटना भी हो सकती है। सैनिटाइजर को इस्तेमाल करते समय आपको ये सावधानियां बरतना जरूरी है
सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते समय इस बात का ध्यान रखें की आपके सामने कोई गर्म चीज या आग न हो। आग के सामने खड़े होकर सैनिटाइजर का इस्तेमाल से बचें।
कई प्रकार के सैनिटाइजर में हानिकारक केमिकल पाए जाते हैं, इसलिए हमेशा खाना खाने से पहले इसके इस्तेमाल के बाद हाथ जरूर धोना चाहिए।
जब भी सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हो तो हाथों को कुछ देर के लिए आंखों से दूर रखें।
सैनिटाइजर में अल्कोहल होता है जो काफी ज्वलनशील होता है। यह हाथ में जमे कीटाणुओं को मरता तो है लेकिन गरम चीज के संपर्क में आने के कारण यह भयानक आग भी पकड़ सकता है।
सैनिटाइजर का बहुत अधिक इस्तेमाल करना भी नुकसानदायक हो सकता है। साबुन से हाथ धोना काफी अच्छा विकल्प है।
सैनिटाइजर में ट्राइक्लोसान नाम का भी एक कैमिकल होता है, जिसे हाथ की त्वचा सोख लेती है। इसका अधिक उपयोग करने पर यह हाथ की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
सैनिटाइजर में एक विषैला तत्व बेंजाल्कोनियम क्लोराइड भी होता है, जो कीटाणुओं को कम करता है, लेकिन साथ ही हमारी त्वचा के लिए नुकसानदेह होता। इसके अत्यधिक उपयोग से त्वचा में जलन और खुजली जैसी परेशानी हो सकती है।
सैनिटाइजर में खुशबू के लिए फैथलेट्स नामक रसायन का इस्तेमाल किया जाता है, इसकी मात्रा कुछ सैनिटाइजर में ज़्यादा होती है। अत्यधिक खुशबू वाले सैनिटाइजर लीवर, किडनी, फेफड़े तथा प्रजनन तंत्र के लिए हानिकारक होते हैं।
अगर आप कार के अंदर सिगरेट पी रहे हैं तो सैनिटाइजर के इस्तेमाल से बचें। सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते समय सिगरेट लाइटर जलने से भी बचें सैनिटाइजर में अल्कोहल होता है इसलिए इसे ठंडी जगह में रखने का निर्देश दिया जाता है।
कार के अंदर सैनिटाइजर रखा है तो इस बात पर ध्यान दें कि यह विंडशील्ड के सामने न रखा हो। सैनिटाइजर को कार के अंदर ऐसी जगह पर न रखें जहां धुप सीधे सैनिटाइजर की बोतल पर पड़ रही हो।
सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते समय इस बात का ध्यान रखें की आपके सामने कोई गर्म चीज या आग न हो। आग के सामने खड़े होकर सैनिटाइजर का इस्तेमाल से बचें।
कई प्रकार के सैनिटाइजर में हानिकारक केमिकल पाए जाते हैं, इसलिए हमेशा खाना खाने से पहले इसके इस्तेमाल के बाद हाथ जरूर धोना चाहिए।
जब भी सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हो तो हाथों को कुछ देर के लिए आंखों से दूर रखें।
सैनिटाइजर में अल्कोहल होता है जो काफी ज्वलनशील होता है। यह हाथ में जमे कीटाणुओं को मरता तो है लेकिन गरम चीज के संपर्क में आने के कारण यह भयानक आग भी पकड़ सकता है।
सैनिटाइजर का बहुत अधिक इस्तेमाल करना भी नुकसानदायक हो सकता है। साबुन से हाथ धोना काफी अच्छा विकल्प है।
सैनिटाइजर में ट्राइक्लोसान नाम का भी एक कैमिकल होता है, जिसे हाथ की त्वचा सोख लेती है। इसका अधिक उपयोग करने पर यह हाथ की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
सैनिटाइजर में एक विषैला तत्व बेंजाल्कोनियम क्लोराइड भी होता है, जो कीटाणुओं को कम करता है, लेकिन साथ ही हमारी त्वचा के लिए नुकसानदेह होता। इसके अत्यधिक उपयोग से त्वचा में जलन और खुजली जैसी परेशानी हो सकती है।
सैनिटाइजर में खुशबू के लिए फैथलेट्स नामक रसायन का इस्तेमाल किया जाता है, इसकी मात्रा कुछ सैनिटाइजर में ज़्यादा होती है। अत्यधिक खुशबू वाले सैनिटाइजर लीवर, किडनी, फेफड़े तथा प्रजनन तंत्र के लिए हानिकारक होते हैं।
अगर आप कार के अंदर सिगरेट पी रहे हैं तो सैनिटाइजर के इस्तेमाल से बचें। सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते समय सिगरेट लाइटर जलने से भी बचें सैनिटाइजर में अल्कोहल होता है इसलिए इसे ठंडी जगह में रखने का निर्देश दिया जाता है।
कार के अंदर सैनिटाइजर रखा है तो इस बात पर ध्यान दें कि यह विंडशील्ड के सामने न रखा हो। सैनिटाइजर को कार के अंदर ऐसी जगह पर न रखें जहां धुप सीधे सैनिटाइजर की बोतल पर पड़ रही हो।
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