मां के गुहार करने पर पीएम मोदी ने लिया बड़ा फैसला, निर्भया के दोषियों को...
निर्भया गैंगरेप के दोषी की फांसी की दया याचिका को राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया| इससे पहले निर्भया की मां ने पीएम नरेंद्र मोदी से भावुक अपील की| उन्होंने कहा कि मेरी बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ हो रहा है. प्रधानमंत्री अपने 2014 के चुनावी वादे को याद कर दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दिलवाएं...
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को निर्भया केस के दोषी मुकेश कुमार की दया याचिका खारिज कर दी। गृह मंत्रालय ने कोविंद को मुकेश की दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की थी। मुकेश ने मंगलवार शाम राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी थी। इस बीच, दोषियों की फांसी अटकने को लेकर पीड़ित की मां आशा देवी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि मेरी बच्ची की मौत के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों दोषियों को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी देने का आदेश दिया था।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को निर्भया केस के दोषी मुकेश कुमार की दया याचिका खारिज कर दी। गृह मंत्रालय ने कोविंद को मुकेश की दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की थी। मुकेश ने मंगलवार शाम राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी थी। इस बीच, दोषियों की फांसी अटकने को लेकर पीड़ित की मां आशा देवी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि मेरी बच्ची की मौत के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों दोषियों को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी देने का आदेश दिया था।
आशा देवी ने भावुक अपील में कहा कि जो लोग 2012 के बाद तिरंगा लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, वे ही आज इस पर राजनीति कर रहे। घटना के बाद लोगों ने काली पट्टी बांधी, नारे लगाए ,लेकिन आज यही लोग उस बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आज फांसी को रोका जा रहा है और राजनीति का खेल खेला जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में कहा था कि बहुत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार। फांसी देकर समाज को संदेश दीजिए कि आप महिलाओं को सुरक्षा दे सकते हैं और देश की सुरक्षा करना चाहते हैं।
पटियाला हाउस कोर्ट ने 7 जनवरी को निर्भया के चारों दुष्कर्मियों अक्षय, पवन, मुकेश और विनय के खिलाफ डेथ वॉरंट जारी कर दिया था। इसमें आदेश दिया गया कि दोषियों को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे तिहाड़ जेल में फांसी पर चढ़ाया जाए। इसके बाद दो दोषियों मुकेश और विनय ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर की। सुप्रीम कोर्ट ने 14 जनवरी को दोनों की याचिका खारिज कर दी। एक दोषी मुकेश ने 14 जनवरी को ही राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी और हाईकोर्ट से डेथ वॉरंट रद्द करने की मांग की।
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