मध्य प्रदेश में आत्म निर्भर महिलाएं मुख्यमंत्री ने कराया महत्वपूर्ण गतिविधियों से अवगत
मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में महिला स्व-सहायता समूहों की महत्वपूर्ण भूमिका है। सरकार द्वारा उन्हें विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के लिए आगामी समय में 1433 करोड़ रूपए के कार्य दिलाए जाएंगे। स्व-सहायता समूहों की महिलाएं अपने गांव और क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुसार स्थानीय वस्तुओं का निर्माण करें। उन्हें बाजार उपलब्ध कराने में सरकार उनकी मदद करेगी। उक्त बातें मुख्यमंत्री चौहान ने शनिवार को मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग एवं वैब लिंकिंग के माध्यम से प्रदेश के महिला स्व-सहायता समूहों को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री चौहान ने महिला स्व-सहायता समूहों की लगभग 10 लाख महिलाओं को संबोधित किया। उन्होंने वीसी के माध्यम से जिलों के एनआईसी केन्द्रों में उपिस्थत स्व-सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में अपने गांव और क्षेत्र को जागरूक करने में महिला स्व-सहायता समूह आदर्श बनें। वे अपने गांव व क्षेत्र में कोरोना के प्रति जागरूकता फैलाएं। दो गज की दूरी (6 फीट), सैनेटाईजेशन, बार-बार हाथ धोना।
सार्वजनिक स्थानों पर न थूकना आदि ऐसे हथियार हैं, जिनके माध्यम से हम कोरोना को हरा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मैं आपको यह महत्वपूर्ण जवाबदारी दे रहा हूँ, आप यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं'। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
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