लॉक डाउन में कोरॉना वायरस को मुद्दा बना राजनीति कर रही कांग्रेस अपनी मांगो को लेकर शहर में की हलचल
लॉकडाउन में मिली रियायत के चलते सियासी सरगर्मियां तेज होने लगी हैं. लॉकडाउन की मार झेल रहे प्रवासी मजदूरों और किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार को घेरने के लिए वर्चुअल यानी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आंदोलन करेगी. कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मजदूरों, किसान और छोटे दुकानदारों के लिए गुरुवार को 11 बजे से 2 बजे तक राहत पैकेज की ऑनलाइन मांग उठाएंगे।
कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से कांग्रेस ने सड़क पर उतरने की जगह सोशल मीडिया के जरिए सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से लेकर पार्टी कार्यकर्ता सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म- फेसबुक, ट्विटर, यू ट्यूब और इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपने-अपने घरों से ऑनलाइन आकर गरीबों, श्रमिकों, किसानों, असंगठित कर्मचारियों और छोटे दुकानदारों के मसले उठाएंगे. सोशल मीडिया के माध्यम से कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र की मोदी सरकार से मांग करेंगे कि इनकम टैक्स की परिधि के बाहर हर परिवार के खाते में केंद्र सरकार दस हजार रुपए तत्काल जमा कर आर्थिक सहायता दे।
इसके साथ ही मनरेगा योजना में रोजगार 100 दिन से बढ़ाकर 200 दिन किया जाए. केंद्र यह सरकार स्पष्ट करे, कि लॉकडाउन के बाद क्या होगा, साथ ही एक देशव्यापी नीति बनाए. इन्हीं सारी मांगों को कांग्रेस ऑनलाइन डिमांड करेगी. कांग्रेस पार्टी ने 50 लाखों वर्कर्स को ऑनलाइन जुटाने का टारगेट रखा है. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने चिट्ठी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पहले ही निर्देश दे रखा है कि इस अभियान में तमाम कार्यकर्ताओं का शामिल होना अनिवार्य है
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