जिंदगी का कड़वा सत्य :- इस घोर कलयुग में रहना होगा पाप ओर हिंसा से दूर
आज के समय में सत्य सिद्ध हो रही है और बहुत सी ऐसी बातें है, जो आनेवाले समय में सत्य सिद्ध हो जायेगी।
जानिये नारद पुराण में कलयुग के विषय में क्या कहा गया है ।
(१) कलयुग बड़ा ही भयंकर युग है, इस युग में बहुत सारें पातकों का सम्मिश्रण हो जाएगा, अर्थात एक पापों की बहुलता होने के कारण लोग एक पाप छुपाने के लिए दुसरें पाप करेंगे।
इस युग में ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र धर्म से मुंह मोड़ लेंगे। ब्राह्मण वेदों से विमुख हो जाएंगे। लोग अपने दोष को भुलकर दूसरों में दोष देखते रहेंगे। उनका अंतकरण अहंकार से भरा होगा और वह लोग सत्य से दूर हो जाएंगे।
सभी लोगों का व्यवहार शूद्रों के समान हो जाएगा ( शुद्र जाति नहीं वर्ण है, वर्ण अर्थात कर्म और गुणों का वरण करना ) ब्राह्मण अर्थात जो लोग ज्ञानी होतें है उनका कोई महत्व नहीं रहेगा और ज्ञान के नाम पर समाज में दंभी लोगों का आदर सत्कार होगा।
पति अपनी धर्मपत्नी के होते हुए भी परायी स्त्रियों के साथ व्याभिचार में लुप्त रहेंगे। पत्नी अपने पति से द्वेष करेंगे और पुत्र अपने पिता से द्वेष करेंगे। सब लोग पराये धन और परायी स्त्री में आसक्त रहेंगे।
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